रविवार, 30 अक्तूबर 2011

सरकारी अस्पताल vs 5 स्टार अस्पताल ,,

एक दरी बोधन ला कुकुर चाब दिस ,,
मेकाहारा गिस ,डाक्टर किथे ,,
कुकुर को लाओ ,,ओकर चेक अप होही 
कुकुर ला होही रेबीज ,,,,तभे सूजी लगाबो,,
14 इंजेक्सन ,,फ़ोकट माँ काबर बोहाबो
कुकुर ला पात ले ,,,बोधन खुदे भोंकत हे ,,,
तिन गाँव वाला ला चाब के ,,खम्बा खोजत हे

अब सरकारी अस्पताल ,,होगे हे जी के काल,,
पाकिट माँ मॉल ,,तेकर बर 5 स्टार अस्पताल ,,

प्रएवत अस्पताल के भी चोचला भारी हे ,,
उन्हा आज नगदी ,,काली उधारी हे ,,
दुकालू दू महिना ले एडमिट ,,
एक दिन कल्ला के डॉक्टर ला पुछिस ,,
कस गा मोला का बीमारी हे ,,
डॉक्टर किथे ,,,लागथे थर्ड स्टेज बबासीर हे ,,
खून बोहा गे हे ,,हार्ट ओस्का गे हे ,,
जाँच जारी हे ,,,के तोला का बीमारी हे ,,
ढाई सौ जाँच के बाद ,,जब होइश डिशचार्ज ,,
तो बबाशिर ता शिरा गे ,,,फेर बिल ला देख के छाती पीरा गे ,,
बबाशिर के मरीज ,,,ला अपन बबा याद आगे ,,,,,,,,,

अनुभव

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