मंगलवार, 25 अक्तूबर 2011

लल्ला लल्ला लोरी
दूध की कटोरी
दूध में था यूरीया
मुन्ना पी के रो दिया,,

मुन्ना बोला रे मइया ,,,
दूध हुआ है जहर,
सियासत की तरहा,,,
ईसकी फीतरत को समझ
झूटी सफ़ेदी पे न जा,,,,,

अनुभव

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें