काजल की कोठारी में ,,सब सफेदपोश हैं ,,
जिन्हें प्रश्न उठाने थे ,,,,वे खामोश हैं ,,,
संसद के गलियारे में ,,कुकुरमुते उग गए है
मैंने दिया था पानी ,,ये मेरा दोष है ,,
अनुभव
जिन्हें प्रश्न उठाने थे ,,,,वे खामोश हैं ,,,
संसद के गलियारे में ,,कुकुरमुते उग गए है
मैंने दिया था पानी ,,ये मेरा दोष है ,,
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