देश के मुर्दाबादी ,,जौंहर अफजल के फरियादी ,,जौहर कन्हैया करत हे कंस कस लिल्ला बाम पन्थ के नाती ,,जौहर
माँ ने उसे चुना पिता खुश थे भाई खुश था परिवार भी फिर इक रोज जब अग्नि के चारो ओर हम घुमे,,लगा मैं ,,,जिंदगी ले आया अपने घर की ,,रसोई से