,सत्ता के दलालओ ,बात माँन लो ,,या फिर सिर कौ पिटोगें
लोकपाल नही हिटलर होगा,,, कैसे ऊससे नीपटोगें,,,
मां की दलाली कर के कमाई अपने जीवन की रोशनी
न्याय नही जब,,तुम दे सकते ,,बेसटील जैसे फूटॉगें,,,,
लोकपाल नही हिटलर होगा,,, कैसे ऊससे नीपटोगें,,,
मां की दलाली कर के कमाई अपने जीवन की रोशनी
न्याय नही जब,,तुम दे सकते ,,बेसटील जैसे फूटॉगें,,,,
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