शुक्रवार, 28 अक्तूबर 2011

खायपुर,,,,या ,,,,,,,,रायपुर


खायपुर,,,,या ,,,,,,,,रायपुर

रायपुर होगे खायपुर,,
जेला पाबे बोजत हे ,,
जेकर टोटा आधा बोजाय,,
तेन होटल बासा खोजत हे ,,

चारो कोती समोसा भजिया
आलू चाप  तलाथ हे ,,
 लाइन लगा के भीड़ खड़े हे ,,
हबरस हबरस खात हे ,,

राज बने ले खुलिस  खजाना ,,
सबो के लार चुचवा गे
जतका   खखाय भुखाय,,
रायपुर माँ  खीचा गे ,,

मंत्रालय ,,सबले बड़े होटल ,,
जिन्हा रोजे  टेंडर रंधाथ हे ,,
बिस्सैया ,,बन्नैया दुनो भुक्कड़ ,,
अपन अपन हिस्सा पात  हे ,,

हर बिभाग  के अपन रसोई  ,,
रोज के बाढ़त सेल हे
सरकारी होटल माँ बने मिठाथे
टुलिप ,बेबीलोन फेल हे


अनुभव

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें