मंगलवार, 25 अक्तूबर 2011

आज - कल के,,,लइका ,,

आज - कल के,,,लइका ,,

आज - कल के,,
नान चुन लइका ,,
डीमांड करे ठऊका,,
टोटा फ़ाड़ के रोये के,,
खोजत रीथै मऊका,,
नाश्ता माँ पास्ता,
खाना माँ बर्गर,,,
भात डार नई मीठाय,
पिज्जा खाही पेट भर ,,
स्कूल माँ आथै बुखार,,
मॉल जाए बर झट ले तैयार
वीडियो गेम के बहीया ,,,
लगे रीही आंखि फार,,
दाई ददा पालक हे,,
साग असन भूनाओ,
जेन मांगथ हे मान लो,,
लेक्चर झन पीलाओ,,
रोज के अलवाईन माँ जब मुँड़ी पीरा माँढ़ जाथै
तब अपन दाई ददा बर मया बाढ़ जाथै,,,

अनुभव,,,,,

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