अडवानी बबा ,,,,जगा सरकार के चेतना
जेन तोर बर रथ हे ,,हमर बर बस हे ,,
जेन तोर जन चेतना ,,हमर बर चेतावनी ,,
ऐ बबा घेरी बेरी मारथे पलटी ,,एकर गोठ ला पतियाव नी,,
तैं ता दुसरे च हस ,,,तोला का सुनाबो
अपने सरकार के करम फूट गे ,,काला बताबो
ओला लाज नै आईस,,जेन फूल माला पहनैयश,,
जेन बाटिस बताशा ,,,औउ फोडिस फटाका ,,
उन दाई माई मन ले पूछ,,काला किथे धमाका ,,
जेकर छाती के खून ले आज बस्तर के धरती लिपाथ हे ,,
जेकर शहादत के आंशु ले हमर आंखी डबडबाआथ हे ,,
चेतना हमला नहीं बबा ,,ऐ सरकार ला चाही ,,
शोक के दिन माँ ,,जेन आज तिहार मनाथ हे ,,
अनुभव
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