मंगलवार, 27 सितंबर 2011

रमन राज के सांप,,,,

रमन राज के सांप,,,,

एक ठिन सांप रीहीस, हहो
चार हाथ लांब रीहीस, हहो
बीमरा तीर जात रीहीस, हहो
मुँसुआ लूकात रीहीस, हहो
सांप मुँसुआ लां बोलीस,,, झन लूका
मुँसुआ चकरा गें,,,सांप तीर आ गें,
बोलीस,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
कैसे मोलां नई खास
तहु हस गा तीजा उपास,,
सांप बोलीस,, नई नीपोर,
दु रूपया के चाऊर खात हो ,,
रोजगार गारंटी माँ कमात हो , ,
तो काबरा काम करबे गा,,
पूंछ टाग सुत जा,,,
रमन के राज माँ खुश रहो,,,
मुँसुआ बोलीस,,,,,,,,हहो

हैप्पी तीजा

अनुभव,

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