भारत माता तेरी बिटिया ,,
आज ख़ुशी से फूली जाती ,,
गर्व भरी इस मंच चढ़ी हु ,,
अपने मन की बात बताती ,,
बिखर चुके है आडम्बर सब ,,
उड़ने को है सारा आकाश ,,
तेरा आंगन जगमग होगा ,,
जब फैलेगा मेरा प्रकाश ,,,
इस झंडे के साथ खड़ी हु ,,
वैसे ही लहराउंगी ,,,,
तेरी क्यारी की खुसबू हु ,,
जग जीवन महकाउंगी ,,,,
अनुभव
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