यहा काय जनम दिन होंगे चालीस ऊपर तीन किसे कलेंडर लबारी मारत हे
रहेन लइका नान किन करत कई उतलइन बिकट लकर लकर बेरा गुजारत हे
अब नई भागन जा तै कतका भी बुला राजा थर्टी के उमर में थिरावत हे
अनुभव
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