कलीराम का आलू चाप,,,
यदि ये आलू चाप नही होता ,, तो शायद जीभ भी पूंछ के जैसे लुप्त हो लेती,,,,शुक्र है कलीराम जैसे फनकार मौजूद है जो उबले आलू के मसाले ,,में बेसन लपेट ऐसा गोला रचते है जिसमे स्वाद की दुनिया बसती है,,,खट्टी मही की चटनी में फर धनिया और लहसुनिया स्वाद ,,माने ,,,,फिर जान दे,,,