माता जी, पीड़ा सहो पर मर्यादा में रहो अभिव्यक्ति वर्जित है संसार ,,महिषासुर शासित है शर्त नव रात्र की ,,मौनी सूरत की ही होगी तू बोलना नही देवी,, पूजा मूरत की ही होगी
,,,मी टू,,,
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