शुक्रवार, 2 जून 2017

सन्तुलित और संयमित आहार,,,जीवन की दशा और दिशा तय करते है,,,भोजन की ऊर्जा से शरीर चलता है पर स्वाद की भूख इसे एक ऐसा गोडाउन बना देती है जिसमे हम वसा की परतें जमा करते जाते है,,जाहिर है भंडार गृह हुआ शरीर धीमा और मष्तिष्क  मन्द  होगा,,आज डिजिटल इंडिया के दौर में अब शरीर से डिजिटल स्फूर्ति की दरकार है केलोरी की काउंटिंग ही आपको समय के साथ भागने की शक्ति दे सकती है,,,,एक शहरी व्यक्ति 2200 केलोरी ऊर्जा से अधिक जो कुछ भी खाता है ,, वो भोजन उसे रोगों के अलावा और कुछ नही दे सकता,,, इसी ऊर्जा का मैनजमेंट ,,अब सबसे बड़ा मैनजमेंट है,, जो स्वच्छ भारत और स्वस्थ्य भारत के सपने को साकार करेगा

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