शाह ए इस्तकबाल में खलल न हो पाए हुक्म है सभी स्याह ऐनके हटाई जाए
नजरो की वफ़ा झुक झुक के पेश करें ख्याल रहे ,हालते मुल्क न बेपरदा हो जाए
अनुभव
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