शुक्रवार, 18 नवंबर 2016

सोनम गुप्ता

पतझड़ कटे ,,तो सावन आवे
पात झड़े,,नवकोपल छाये
क्रूर सही,,परिवर्तन सच है
कुदरत रंग बदलती जावे,,
नुक्सान में नफा
क्यूँ है खफा
इस दफा,,
सोनम गुप्ता
नही है बेवफा,,,,,,

अनुभव

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